अनुवांशिकता एवं जैव विकास
(1) मानव शरीर के किसी सामान्य कोशिका में गुणसूत्रों के कितने युग्म होते हैं?
Correct Answer : B
(10) मेंडल ने मटर के पौधों में किन विभिन्न विकल्पी लक्षणों को चयनित किया था?
Correct Answer : B
(14) मेंडल के एकसंकरण प्रयोग के दौरान F2-पीढ़ी में लंबे एवं बौने पौधे का लक्षण-प्ररूपी अनुपात (phenotypic ratio) है
Correct Answer : B
(18) मेंडल के मटर कुल के पौधे (पाइसम सेटीवम) के कुल कितने जोड़े विकल्पी लक्षणों का अध्ययन किया?
Correct Answer : D
(20) जीवविज्ञान की वह शाखा जिसमें जीवों के आनुवंशिकता एवं विभिन्नता का अध्ययन किया जाता है, कहलाता है
Correct Answer : A
(23) मेंडल ने अपने प्रयोग के लिए बगीचे में उगाए जानेवाले किस पौधे का चयन किया?
Correct Answer : A
(24) जीव विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत विभिन्नता तथा आनुवंशिकता का अध्ययन किया जाता है, कहलाता है
Correct Answer : D
(33) ‘उपार्जित लक्षणों का वंशागति सिद्धांत’ किसने प्रतिपादित किया था?
Correct Answer : A
(34) पक्षी एवं चमगादड़ के पंख निम्नांकित में किस प्रकार के अंग की श्रेणी में आते हैं?
Correct Answer : B
(35) निम्नलिखित में कौन स्त्रियों में पाया जानेवाला लिंग-क्रोमोसोम का जोड़ा है?
Correct Answer : A
(42) किसानों द्वारा जंगली गोभी से विभिन्न प्रकार के गोभी का विकास कहलाता है
Correct Answer : B
(47) यदि लक्षण A किसी अलैंगिक जनन वाली जाति में 10% पाया जाता है और लक्षणB उसी जाति में 60% पाया जाता है तो कौन-सा लक्षण पहले उत्पन्न हुआ होगा?
Correct Answer : A
(50) एक नवजात बच्चे में XY गुणसूत्र युग्त पाया गया। यह लड़का है अथवा लड़की?
Correct Answer : A
(51) उस वैज्ञानिक का नाम का नाम बताएँ जिसने पैतृक लक्षणों के पीढ़ी दर-पीढ़ी आनुवंशिक होने का अध्ययन प्रथम बार किया था?
Correct Answer : D
(52) मेंडल द्वारा अपने आनुवंशिकी के प्रयोगों में किस प्रकार के पौधों का उपयोग किया गया था?
Correct Answer : A
(54) उस वैज्ञानिक का नाम बताएँ जिसने विकास के सिद्धांत का प्रतिपादन किया था।
Correct Answer : C
(59) मेंडल के एक प्रयोग में लंबे मटर के पौधे जिनके बैंगनी पुष्प थे, का संस्करण बौने पौधों जिनके सफेद पुष्प थे, से कराया गया। इनकी संतति के सभी पौधों में पुष्प बैंगनी रंग के थे। परंतु उनमें से लगभग आधे बौने थे । इससे कहा जा सकता है कि लंबे जनक पौधों की आनुवंशिक रचना निम्न थी